स्पेन के फीफा विश्वकप जीतने के साथ ही पॉल ऑक्टोपस के समर्थकों में भारी इज़ाफा हुआ है और साथ ही आस्था की आड़ में अंधविश्वास को बढावा देने वालों को मजबूती भी मिली है। क्योंकि अंधविश्वास तो आस्था की पराकाष्ठा से ही पैदा होता है। ऑक्टोपस की भविष्यवाणी के साथ ही एक बार फिर पूरे विश्व में भविष्यवाणी की चर्चा गर्म हो गई है। क्या सच में भविष्यवाणी नाम की कोई चीज़ होती है? आजकल सबके मन में यह प्रश्न उथल-पुथल मचाये हुए है। ऑक्टोपस बाबा ने जर्मनी के हार की भविष्यवाणी क्या कर दी पूरे विश्व में यह बात बहस का मुद्दा बन गई। जहाँ कभी इस बाबा की जय-जयकार होती थी वहीँ आज आलम ये है की स्पेन के समर्थकों को छोड़कर बाकी टीमों के समर्थकों के कारण इस बाबा की जान पर बन आई है। खेल से टोटकों और भविष्यवाणियों का रिश्ता तो बहुत पुराना है। क्रिकेट से लेकर फुटबॉल तक इसके उदहारण हैं। पुराने क्रिकेट खिलाड़ियों से लेकर वर्तमान फुटबाल खिलाड़ी तक इससे अछूते नहीं हैं। क्या किसी टीम के हार का कारण सिर्फ़ इनकी काली पोशाक हो सकती है? नहीं ना। पर कुछ लोग ये सोच बना बैठे हैं। ख़ैर, ऑक्टोपस बाबा की महत्ता को नज़रअंदाज नहीं किया जा सकता, खासकर स्पेन समर्थकों की नज़रों में। स्पेन की जीत में बाबा का आशीर्वाद तो था ही पर फाइनल में स्पेन के खिलाडियों ने जो खेल दिखाया उसका तो कोई भी कायल हो जाये। जीत का श्रेय बाँटने में स्पेन के खिलाड़ियों को भुलाया नहीं जा सकता।
कई बार अंधेरे में चलाया गया तीर भी निशाने पे जा लगता है..ओक्टोपस बाबा का भी यही है...नहीं तो ओक्टोपस जैसा प्राणी भविष्यवाणी कैसे कर सकता है?... बढिया पोस्ट!
ReplyDeleteसच कहा है ... खिलाड़ियों की कड़ी मेहनत ने ही यह विजय दिलवाई है ...
ReplyDeleteपास भविश्वानियों का ये खेल तो चलता रहेगा ...
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ReplyDeleteमुझे लगता है खेलों में इस तरह की भविष्यवाणियों को नहीं होना चाहिए।
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मेरी टिप्पणी को ऑक्टोपस के समर्थन में न मना जाए, किन्तु इतना जरूर कहना चाहूंगा कि हर चली आ रही मान्यता को केवल अंधविश्वास कह कर टालना नहीं चाहिए. यदि किसी व्यक्ति को लगता है कि एक विशेष प्रकार के रंग या किसी ख़ास टोटके से उसे लाभ या हानि पहुँच रही है, तो उसका वैज्ञानिक और तार्किक विश्लेषण करना चाहिए.केवल इस लिए उसे अंधविश्वास घोषित न करें कि हम ज्ञात साधनों से उसका विश्लेषण नहीं कर पा रहे हैं.
ReplyDeletejo bhi ho paul super star ban gaya..fifa ka :)
ReplyDeleteक्योंकि अंधविश्वास तो आस्था की पराकाष्ठा से ही पैदा होता है।kya baat kahi ?man ko chhoo gayi ,saath hi upyogi lekh .
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