October 7, 2010

ऐ कॉमनवेल्थ तेरे प्यार में

कॉमनवेल्थ के चक्कर में आम जनता खासकर दिल्ली की जनता को जितनी परेशानी उठानी पड़ी है उसका हाल-ए-दिल बयां तो दिल्ली वासी ही कर सकते हैं, मैं भी इससे अछूता नहीं रहा इतनी परेशानी उठाने के बाद अब भारत को नंबर वन देखना ही हर नागरिक की हसरत है हाल-ए-दिल बयां कुछ इस तरह है:-

क्या-क्या नहीं सहा हमने,
ऐ कॉमनवेल्थ तेरे प्यार में
राशन भी महंगा हुआ,
पेट्रोल भी महंगा हुआ,
दूध और रसोई गई भी हुआ महंगा,
ऐ कॉमनवेल्थ तेरे प्यार में
क्या-क्या नहीं सहा हमने,
ऐ कॉमनवेल्थ तेरे प्यार में
ऑफिस का रास्ता बदला,
घंटों जाम में फंसा,
पार्किंग से भी किया समझौता,
ऐ कॉमनवेल्थ तेरे प्यार में
क्या-क्या नहीं सहा हमने,
ऐ कॉमनवेल्थ तेरे प्यार में
सुना है दर्शक नहीं आते,
तेरे इस महाखेल में,
इस घाटा पूर्ति का साधन
ना बन जाएँ हम,
फिर से सरकार के इस गेम में,
और क्या-क्या सहेंगे हम,
ऐ कॉमनवेल्थ तेरे प्यार में
क्या-क्या नहीं सहा हमने,
ऐ कॉमनवेल्थ तेरे प्यार में
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